Hindi Poetry on life and death : जो मैं खामोश ये वाचाल होंगे – Ranjan Kumar

बेवजह मुझसे, खफा खफा न रहो, जिन्दगी मिली है बहुत थोड़ी सी ! वक़्त का ज्यादा तू ऐतबार न कर , क्या पता कब ले कौन सी करवट ! किसी मोड़ पर बिछड़ जाऊंगा मैं यूँ ही .. दूरियां होंगी…