Ranjan Kumar

Ranjan Kumar

Founder and CEO of AR Group Of Institutions. Editor – in – Chief of Pallav Sahitya Prasar Kendra and Ender Portal. Motivational Speaker & Healing Counsellor ( Saved more than 120 lives, who lost their faith in life after a suicide attempt ). Author, Poet, Editor & freelance writer. Published Books : a ) Anugunj – Sanklit Pratinidhi Kavitayen b ) Ek Aasmaan Mera Bhi. Having depth knowledge of the Indian Constitution and Indian Democracy.For his passion, present research work continued on Re-birth & Regression therapy ( Punar-Janam ki jatil Sankalpanayen aur Manovigyan ). Passionate Astrologer – limited Work but famous for accurate predictions.

शोशल मीडिया वाली बकलोली.. आइये बकलोली करते हैं !

Parrot

फुर्सत में हैं का ..फुर्सत में  ..? पूरे  फुर्सत में होंगे हमको मालूम है ! बिजी भी कहियेगा तो भी हम मानेंगे कि बिजी विदाउट एनी वर्क..! सब व्यस्त हैं,और अगर पूछ लो क्या किया दिनभर लिखके हिसाब दो,तो बड़ा…

पहला सीबीआइ डायरेक्टर जिसे हटाया गया: बिना लाग लपेट के खरी खरी

CBI CHIEF AALOK VERMA

आलोक वर्मा जी और अस्थाना जी ने मिलकर सीबीआई की इज्जत से सरेयाम सडक पर रेप किया ..!   अब वर्मा जी तो चले गये इतिहास बना के ..पहला सीबीआई ( CBI ) चीफ जिसे पद से चयन समिति द्वारा…

दिशाहीन हो गयी बीजेपी

BJP

दिशाहीन हो गयी बीजेपी,आधे अधूरे वादों के बीच गलत फैसलों के कारण हो रही फजीहत से उबरने की कोशिश करते हुए किसी भी तरह अब केवल 19 के चुनाव जीतना लक्ष्य रह गया है इस सरकार का ..! यह दुखद…

आरक्षण का आधार केवल आर्थिक हो जातिगत नहीं

Balance

सत्ता मद में बहुमत के गर्व में चूर बीजेपी के कान में जूं तब रेंगी जब सवर्णों ने इन्हें इनको तीन राज्यों में नोटा दबाके औकात बतायी.. इससे एससी एसटी एक्ट का पाप धुल गया जो बीजेपी ने किया है…

सफ़र वह अलहदा ही होता है

जब रास्ते रास्तों से ही  सब सवाल करें , और मुसाफिर  बेपरवाह हो गुजर जाये ! सफ़र वह अलहदा ही होता है, राह चलती है , मंजिलें क़दमों में बिछी जाती हैं, मुसाफिर बहुत दूर, बहुत आगे निकल जाता है…

Poetry on Love: बेशुमार इश्क तुम्हें अब भी है मुझसे !

dew drops on leaves

सुबह सुबह ओस की बूंदों पर अब भी मै कभी कभी , नंगे पाँव चलता हूँ ..! महसूसता हूँ तुम्हें .. तुम कहती थी , इससे .. आँखों की रौशनी खूब बढ़ती है ..! देखकर बताओ मीत .. मेरी आँखों…

रुक जाए अगर जिन्दगी, किसी दोराहे पर ये ..

heart love wallpaper

रुक जाए अगर जिन्दगी , किसी दोराहे पर ये .. और निर्णय ले पाने में खुद को असहज देखो .. दिमाग की मत सुनो .. फिर दिल की रजा लेना ! लाभ या हानि जो भी हो पर उस फैसले पे…

ब्लडी डॉग कहीं का – Part 02

psakoloji bhauji

“ब्लडी बीच काहे बोला भौजी आपको .. कोई कारण भी बताया कि ..?” हमने पूछा पसाकोलोजी भौजी से .. पसाकोलोजि भौजी फिर से कपसने  लगी अब, तो हमको फिर से बुरा लगने लग गया .. हम नहीं चाहते पसाकोलोजि भौजी…

ब्लडी डॉग कहीं का – Part 01

psakoloji bhauji

पसाकोलोजि भौजी ने सुबह सुबह ही जब फोन किया हमको तब हमारा दिल और दिमाग दोनों ही शंका से भर गया .. वह तभी इतनी सबेरे फोन करती हैं हमको ,जब उ फरोफ्रेसर से लड़ लेती हैं और कोई तिरिया…

सूर्य सा दहके तुम्हारा साल, शौर्य से दहके तुम्हारा भाल !

Aartnaad

सभी मित्रों के लिए नए कैलेंडर वर्ष की हार्दिक मंगलमय शुभकामनायें .. स्वर्गीय श्री राजीव चतुर्वेदी सर की कलम से निकली यह रचना पढ़ें जो उन्होंने मुझे भेजी थी शुभकामना नववर्ष 2014 के लिए .. सादर नमन सर! मानवाधिकारों पर…