Ranjan Kumar

Ranjan Kumar

Founder and CEO of AR Group Of Institutions. Editor – in – Chief of Pallav Sahitya Prasar Kendra and Ender Portal. Motivational Speaker & Healing Counsellor ( Saved more than 120 lives, who lost their faith in life after a suicide attempt ). Author, Poet, Editor & freelance writer. Published Books : a ) Anugunj – Sanklit Pratinidhi Kavitayen b ) Ek Aasmaan Mera Bhi. Having depth knowledge of the Indian Constitution and Indian Democracy.For his passion, present research work continued on Re-birth & Regression therapy ( Punar-Janam ki jatil Sankalpanayen aur Manovigyan ). Passionate Astrologer – limited Work but famous for accurate predictions.

कभी न घबराना तुम गम के जंगल में , आएगा दिन गर रात है आई !

moon shining in the dark forest night

कभी न घबराना तुम गम के जंगल में , आएगा दिन गर रात है आई , विश्वास तू करना खुद पर रब से भी ज्यादा , फिर होगी सुबह गर शाम है आई ! सपने देखो ऐसे जो तुम्हे आबाद…

मुझको बहलाने में तुम खुद ही बिखर मत जाना

small boat sailing in the sea

मेरे हालात सुलझाने में मुसीबत में घिर मत जाना !  मुझको बहलाने में तुम  खुद ही बिखर मत जाना !! गर्दिशों के दिन हैं मेरे  तकाजा है वक़्त का सुन लो , गुस्ताखिओं पे गैरों सा  तुम भी बिफर मत…

सख्त खामोशियों के पहरे में देखो आसमां गुनगुनाता है

alone girl under sky

सख्त खामोशिओं के पहरे में देखो आसमाँ गुनगुनाता है , ये कौन झांकता है चाँद के पीछे , कौन मुझको बुलाता है ! मुद्दतों से जिसे पुकारा , जिसकी आरजू में खाक छानी है , वो मिलने आ रहा मुझसे…

कर्ण और एकलव्य की कीमत पर बनता है अर्जुन महारथी

old man alone walking

  महान धनुर्धर अर्जुन जब कुरुक्षेत्र के मैदान में, गांडीव हाथ में लिए .. अपनी श्रेष्ठता पर  कभी इठलाता रहा होगा, उसकी नजरों के सामने  एकलव्य का  कटा अँगूठा, उसकी सफलताओं को  अंगूठा दिखाते हुए .. उसकी खुशिओं पर  मुस्कुराता…

वो हमीं से पूछते हैं , मोहब्बत कितनी करता हूँ उनसे ?

couple sitting together

वो हमीं से पूछते हैं , मोहब्बत कितनी करता हूँ उनसे ? पूछ लो अपने ही दिल से , ए – नादान सनम ..  जितनी मोहब्बत की  मेरी गवाही दे दे दिल तेरा ..  बस उतनी ही .. मोहब्बत है…

क्यों विफल होती हैं रेडलाईट एरिया में देह व्यापार कर रही वेश्याओं की पुनर्वास योजनायें.?

red light area

कई एनजीओ के साथ मिलकर रेडलाइट एरिया मे देह व्यापार में संलग्न वेश्या का धंधा कर रही महिलाओ के पुनर्वास पर किये जा रहे कार्यों और इनकी विफलता के कारणों की पड़ताल भी की .. सभ्य समाज का यह सबसे गन्दा…

कुंती रही होगी माँ पर कर्ण की माँ वह कब थी ?

baby feet in mothers hand

कुंती रही होगी माँ पर कर्ण की माँ वह कब थी ? और सूरज ने कब निभाया, है पिता ? भोगना है कर्ण को प्रारब्ध , जो न उसने है किया  जो न उसकी है खता ? यह आज का दस्तूर…

सही को सही गलत को गलत .. जो लगे बेहिचक कहने की आदत है !

man praying

अगला चुनाव मोदी जी और भाजपा अगर हारती है तो भाजपा के आईटी सेल में बैठे जनता को गाली देने वाले धुरंधरों का निश्चित ही बहुत बड़ा योगदान होगा, जो हार को तो पचा नही पा रहे और सरकार की…

राम पुत्र का आदर्श हैं पर पिता का आदर्श कौन ?

lord rama sketch

मेरे प्रकाशित काव्य संकलन “अनुगूँज संकलित प्रतिनिधि कविताएँ ” से यह विचारोत्तेजक और अबतक खूब सराही गयी कविता आपके लिए आज .. शीर्षक, ” राम पुत्र का आदर्श है पर पिता का आदर्श कौन ” ? पुत्र हो श्रीराम जैसा , हर…

Part 02 – पसाकोलोजिया के पप्पा से पहली मुलाक़ात

मुझसे अब और बेइज्जती होते देखना सहन सीमा के मेरे पार जाने लगा था बस में चढ़े उस नौजवान की,तो मैंने जबरन महेंद्र बाबू को कहकर उसके हिस्से का किराया दे दिया और वापस अपनी सीट पर बैठ गया आकर…