कई एनजीओ के साथ मिलकर रेडलाइट एरिया मे देह व्यापार में संलग्न वेश्या का धंधा कर रही महिलाओ के पुनर्वास पर किये जा रहे कार्यों और इनकी विफलता के कारणों की पड़ताल भी की ..
सभ्य समाज का यह सबसे गन्दा विकृत चेहरा है जहाँ सभ्यता का मुखौटा लगाये घूमते लोग इस गन्दी दुनिया को आबाद रखते हैं ! मेरा प्रयोजन यह जानने से था पुनर्वास के बाद भी क्यों यहाँ से निकल फिर यहीं आ पहुंचती हैं ये औरते ..?
एक हैरतअंगेज सच सामने आया वह ये कि ये खुद नही चाहती जिंदगी बदले इनकी .. सिर्फ लालच मे पुनर्वास का हिस्सा बनती हैं और रो गा मुवावजा लेकर फिर उन्ही दलालों से सम्पर्क साध देह व्यापार शुरू फिर ..! परिस्थिति खुद नहीं बदलेगी जबतक ये खुद न चाहें खुद को बदल लेना !!
– रंजन कुमार