उसने दिल से ही
पुकारा होगा …
फिर दिल तक
उसकी आवाज
क्यों नहीं आयी…?
या मैं इतना व्यस्त था
कि उसे सुन न सका …
या फिर पुकार
इतनी धीमी थी कि
मुझतक आते आते ..
तरंगे हीं मर गयीं ?
– रंजन कुमार
उसने दिल से ही
पुकारा होगा …
फिर दिल तक
उसकी आवाज
क्यों नहीं आयी…?
या मैं इतना व्यस्त था
कि उसे सुन न सका …
या फिर पुकार
इतनी धीमी थी कि
मुझतक आते आते ..
तरंगे हीं मर गयीं ?
– रंजन कुमार