मेरे लिए तुम आओ:Hindi Poem By Ranjan Kumar
“मेरे लिए तुम आओ” सुनो जाना, प्रेम ने,प्रेम में,प्रेम को प्रेम से ही ये हक दे दिया, कि मैं तुझसे ढेरों सवाल करूं… कभी सारी की सारी बातें तुम्हारी मान लूं, बड़े प्यार से,खामोशी से, और कभी जिद पर उतर…
“मेरे लिए तुम आओ” सुनो जाना, प्रेम ने,प्रेम में,प्रेम को प्रेम से ही ये हक दे दिया, कि मैं तुझसे ढेरों सवाल करूं… कभी सारी की सारी बातें तुम्हारी मान लूं, बड़े प्यार से,खामोशी से, और कभी जिद पर उतर…
सुनो जाना… ये जानते हुए भी, कि तुम मिलोगे नहीं, एक झलक भी तुम्हारी कहीं दिखेगी नहीं, इश्क में , इत्तेफाक की उम्मीद पर मुकम्मल इंतजार की ऐसी कई शामें भी तन्हा गुजारी हैं हमने…! ❤️❤️❤️ रंजन कुमार 27 Oct…