Category Poetry

Katra Katra Jeevan – Hindi Poetry on Life by Ranjan Kumar

diary cup

ये कतरा कतरा जीवन जो भी जिया उन्हें  सार्वजानिक कर दूँ ? कम से कम उन हिस्सों  को जिनमें तुम थे तेरी बातें थीं .. कुछ मौन से वादे थे सपने और उन्हें पूरा करने  के कुछ इरादे भी ..  मेरा क्या है सब कुछ…