मृत्यु के बाद ज़िन्दगी
मृत्यु पर सबसे ज्यादा लिखा है मैने क्योंकि ध्यान की अनंत गहराइयों में जाकर मैंने मृत्यु के बाद की दुनिया का अनुभव बहुत गहराई से जाना है,इसलिए सुनी सुनाई बातें नहीं,सिर्फ पढ़ी बात भी नहीं,मुझे पता है अपने अनुभव से…
मृत्यु पर सबसे ज्यादा लिखा है मैने क्योंकि ध्यान की अनंत गहराइयों में जाकर मैंने मृत्यु के बाद की दुनिया का अनुभव बहुत गहराई से जाना है,इसलिए सुनी सुनाई बातें नहीं,सिर्फ पढ़ी बात भी नहीं,मुझे पता है अपने अनुभव से…
गटर से निकली गैस परकहीं उबाली न गई होइस आशंका से आशंकितअपने मन की तसल्ली के लिएमैने चाय पीना ही छोड़ दिया…किसी के घर कभी जाओऔर वो जबरनचाय के अलावा कुछ औरकुछ भी खा लेने कीफिर भी जब मुझसे जिद…