Category Poetry

तो कोई बात बने

तुम बिन कोई वादा किए भीदस्तूर ए मोहब्बत निभा जाओ तो कोई बात बने…शाम की मचलती गोधूली मेंमहताब सा नूरानी चेहरा अपनाहर रोज दिखा जाओ तो कोई बात बने….तुम मेरे वास्ते कभी कभीभूलकर अपनी पूरी दुनिया के गमयूं ही बेवजह…

धृतराष्ट्रों को नपुंसक बना दीजिए,दुर्योधन और दुशासन पैदा ही नहीं होंगे

हर बार द्रौपदी के ही वस्त्रनहीं खींचे जाएंगे भरी सभा बीचकभी तो नंबरदुर्योधन और दुर्योधन के भाईदुशासन का भी आएगा…और जब चीरहरणदुर्योधन और दुशासन का होने लगे ,तब कोई श्री कृष्ण बचाने नहीं आते …क्योंकि ये द्रौपदी संग हुए अन्याय…