Poetry

Emotional poetry : इस मुश्किल में कहते हो तुम्हें अकेला छोड़ दूँ – Ranjan Kumar

इस मुश्किल में कहते हो तुम्हें अकेला छोड़ दूँ , लड़ लोगे ..?ये लड़ाई  सिर्फ तुम्हारी है ? जो गुजरे हैं वक़्त …

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balloons in the air

Hindi Love Poem : खुश्बू तेरी आयी है या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ – Ranjan Kumar

    खुश्बू तेरी आयी है या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ ? नज़ारे बहके बहके हैं हवाएं महकी …

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girl alone in forest

Inspiring poetry : अप्राप्य सा कुछ भी नहीं है इस दुनिया में – Ranjan Kumar

अगर इंतजार हो शिद्दत से  तो कृष्ण .. आज भी होते हैं रुबरू ,हृदय मे वेदना हो मीरा …

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Love poem : वह चाँद आसमान का,महज एक टुकड़ा भर है तेरा हमदम – Ranjan Kumar

सुनो जानम, मैने तुम्हें मोहब्बत में  कभी चाँद का  टुकड़ा नहीं कहा.. क्योंकि  आसमान का वह चाँद  बेनूर …

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Hindi poetry on present era of politics : तुम किधर हो इस लड़ाई में – Ranjan Kumar

राजनीति का विद्रूप चेहरा ,और आकंठ भ्रष्टाचार में डूबीव्यवस्था … कर रही है आह्वाहन , सुनो यह झूठा आर्तनाद , …

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Hindi poetry : सिर्फ अंधेरों की ही पहचान यहाँ पुख्ता है – Ranjan Kumar

उजाला बाँटता सूरज  अँधेरे में भी  डूब सकता है यूँ ही , अचानक , हैरान मत होना ! …

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