
हर बार द्रौपदी के ही वस्त्र
नहीं खींचे जाएंगे भरी सभा बीच
कभी तो नंबर
दुर्योधन और दुर्योधन के भाई
दुशासन का भी आएगा…
और जब चीरहरण
दुर्योधन और दुशासन का होने लगे ,
तब कोई श्री कृष्ण बचाने नहीं आते …
क्योंकि ये द्रौपदी संग हुए अन्याय पर
न्याय का तकाजा है फिर …
युगों युगों में बार बार हर बार
अब दुर्योधन दुशासन के साथ
धृतराष्ट्र के भी अंतः वस्त्र
भरी सभा में तबतक खींचा जाना चाहिए
जबतक धृतराष्ट्र नपुंसकता को प्राप्त हो
शिखंडी नहीं बन जाता …
धृतराष्ट्र को शिखंडी बना दिया अगर
तो कोई दुर्योधन कोई दुशासन
पैदा ही नहीं होगा इस सभ्य समाज में ..!!
– रंजन कुमार