कभी गधा भी बाप, और कभी बाप भी गधा !
चापलूसों और स्वार्थी लोगों के लिए कोई रिश्ता नही होता .. जरूरत पड़ने पर गदहे को बाप और बाप को गधा कहने मे पल भर की भी देर नही करते !जिस सीढ़ी को पकड़ ऊपर चढ़ना सीखा ऊपर पहुंचते ही…
चापलूसों और स्वार्थी लोगों के लिए कोई रिश्ता नही होता .. जरूरत पड़ने पर गदहे को बाप और बाप को गधा कहने मे पल भर की भी देर नही करते !जिस सीढ़ी को पकड़ ऊपर चढ़ना सीखा ऊपर पहुंचते ही…
मैंने अपने डॉ साहब को डॉ नही रहने दिया दद्दू बना लिया .. मरीज और डॉ के बीच का रिश्ता तस्वीरों मे देखिये .. Ranjan Kumar with Dr. SC Madan “एलोपैथिक ओषधियों के कारण उत्पन्न रोग अक्सर उस रोग…
बिहार से हूँ मैं भी तो वहां की एक समस्या बताता हूँ .. लगभग हर घर मे एक दो मुन्ना भाई हैं वहां 420 की धारा मे जाने वाले .. फर्जी डिग्री धारक ! इन मुन्ना भाइयों की समस्या…
ये आंधियाँ बुझा न दें जलाये थे हमने चिराग कुछ ! . अगली सुबह के आने तक रखना संभाल कर इन्हें !! – रंजन कुमार
अब किसी साथ का वादा न कर ऐतबार नहीं होता है, . कहते हैं ऐतबार को ऐतबार ही छला करता है अक्सर ! – रंजन कुमार
ये कतरा कतरा जीवन जो भी जिया उन्हें सार्वजानिक कर दूँ ? कम से कम उन हिस्सों को जिनमें तुम थे तेरी बातें थीं .. कुछ मौन से वादे थे सपने और उन्हें पूरा करने के कुछ इरादे भी .. मेरा क्या है सब कुछ…