Hindi Poetry – लरजती होठों की जुबानी आज सब कहानी कह दो

Cat eyes
लरजती होठों की जुबानी
आज सब कहानी कह दो ,

तैरता दरिया है जो आँखों में

उस मस्ती की रवानी कह दो !

खामोशियाँ बिखरी हैं अभी

उन्हें पलकों से चुनचुन कर ,

कैसे सम्भाली थी इश्क की 

वह दरिया तूफानी ..कह दो !!
 
– रंजन कुमार 

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