सांप से भी ज्यादा
जहरीला है आज का इंसान ,
सांप एक बार डस ले तो
जान पर बन आती है फिर
या तो बचती है
या जान निकल जाती है !
इंसानों की फितरत ये
की आस्तीनों में पलते हैं ,
वक़्त मिलते ही हर रोज
फिर डसते हैं !
और पल पल जिन्दगी
दांव पर होती है
उनकी जो उन्हें दूध पिला
पालते हैं आस्तीन में अपने !
बचना है तो बचो इंसानों से
साँपों से नहीं ,
सांप से भी ज्यादा
जहरीला है आज का इंसान !!