अगर इंतजार हो शिद्दत से
तो कृष्ण ..
आज भी होते हैं रुबरू ,
हृदय मे वेदना हो मीरा सी
पुकार मे प्रेम का आधार तो हो !
अप्राप्य सा ..
कुछ भी नहीं है इस दुनिया में ,
जो मिल न सके..
बात सिर्फ इतनी सी ही है,
खुद की कामना से प्यार तो हो !!
– रंजन कुमार