या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ ?
नज़ारे बहके बहके हैं
हवाएं महकी महकी हैं !
नया कुछ होनेवाला है
मेरा दिल ये कहता है ,
परिंदे चहके चहके हैं
घटायें बहकी बहकी हैं !
बड़ा रंगीन है मौसम ,
बड़ी मादक हवाएं हैं ..
तेरी जुल्फों की खुश्बू सी
यहाँ सुरभित फिजाएँ हैं !
अभी फूलों की झुरमुट से
निकल आएगी तू पल में ..!
लिपट जाएगी तू आकर ,
मुझें कहती घटायें हैं ..!
लो अपना होश खोता अब ..
सुरों ने तान क्या छेड़ा ..
सितारे सहके सहके हैं !
नया कुछ होनेवाला है
मेरा दिल ये कहता है ,
परिंदे चहके चहके हैं
घटायें बहकी बहकी हैं !
खुश्बू तेरी आयी है
या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ ?
नज़ारे बहके बहके हैं
हवाएं महकी महकी हैं !!