खुशफहमी गंगास्नान की : नाले में नहाके – Ranjan Kumar
नदी अपनी राह खुद बनाती है जंगलों पहाड़ों और मैदानों के बीच से गुजरती हुई समुद्र तक…जबकि नहरें खोदी जाती हैं दूसरों के द्वारा …नदी की गहराई प्राकृतिक है नहरों की कृत्रिम, कुछ बरसाती नाले भी उफनते हैं…