महामृत्युंजय मन्त्र अर्थ और सामान्य व्याख्या शिवपुराण – Ranjan Kumar

महामृत्युंजय मन्त्र इस प्रकार है – “ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं,उर्वारुकमिव बंधनान्मृयो – मुर्क्षीयमामृतात !” आइये अब इसका सामान्य अर्थ और सामान्य व्याख्या इस मन्त्र की करते हैं जिससे इस मन्त्र को सरल शब्दों में समझा जा सके कि इसमें…