एक तो गुनाहों की उनके
फेहरिस्त
पहले ही बहुत लम्बी है ,
हर रोज जान बूझकर
नए गुनाह वह
अब भी किये जाते हैं !
इल्म नहीं यह क्यों आखिर
जिस दिन क़यामत बरपेगी
कौन उन्हें बचाएगा ?
घड़ा पापों का जब फूटेगा
किसको आवाज लगायेंगे
कश्ती कौन पार लगाएगा ?
– रंजन कुमार