Hindi poetry : हममें सऊर ही कहाँ है वफ़ा निभाने की – Ranjan Kumar December 11, 2019March 7, 2019 by Ranjan Kumar SharePinTweetShareShare उसने हरजाई भी कहा तो कहा अदा से , ख़ामोशी से स्वीकार कर लिया हमने ! हममें सऊर ही कहाँ है वफ़ा निभाने की ? – रंजन कुमार