Ranjan Kumar

Ranjan Kumar

Founder and CEO of AR Group Of Institutions. Editor – in – Chief of Pallav Sahitya Prasar Kendra and Ender Portal. Motivational Speaker & Healing Counsellor ( Saved more than 120 lives, who lost their faith in life after a suicide attempt ). Author, Poet, Editor & freelance writer. Published Books : a ) Anugunj – Sanklit Pratinidhi Kavitayen b ) Ek Aasmaan Mera Bhi. Having depth knowledge of the Indian Constitution and Indian Democracy.For his passion, present research work continued on Re-birth & Regression therapy ( Punar-Janam ki jatil Sankalpanayen aur Manovigyan ). Passionate Astrologer – limited Work but famous for accurate predictions.

गुरु को पूजे लेकिन गुरुघंटालों से सावधान

  गुरु के चरणों में शीश नवायें और गुरुघंटालों को ढंग से जुतियायें.. गुरु पार ब्रह्म परमेश्वर होता है लेकिन गुरुघंटाल परले दर्जे का हरामी.. इनमे फर्क करना सीखें!   गुरु की हर बात धर्म और धार्मिक आचरण से शुरू…

भीष्म की दृष्टि पा लेना फिर पहचान नहीं मुश्किल है कौन शिखंडी

बाधाओ से लड़ना ही इतिहास है मेरा सूरज से गलबहियां करते बड़ा हुआ हूँ, दीपक की थर्राती लौ तुम मुझे न समझो जल जाओगे तपिश है इतनी मेरे अन्दर ! तपिश सूर्य की और चन्द्रमा की शीतलता दोनों ही हैं…

तुम मरे नहीं धृतराष्ट्र जिंदा हो अब तक

तुम मरे नहीं धृतराष्ट्रजिंदा हो अब तक ! आकार मे नहींतो संस्कारों मे ,घुसे हुये हो जाने कितने ही पिताओं के विचारों मे ! जब तक एक भी ब्लात्कार की घटनाये होंगी ब्लात्कारी के पिता के संस्कारों मे ! तुम…

अब्राहम लिंकन का पत्र अपने बेटे के शिक्षक के नाम: अनुवाद स्वर्गीय श्री राजीव चतुर्वेदी

  शिक्षक दिवस विशेष.. अब्राहम लिंकन का पत्र अपने बेटे के शिक्षक के नाम अनुवाद स्वर्गीय  श्री राजीव चतुर्वेदी जी   मैं जानता हूँ और मानता हूँ कि हर व्यक्ति न तो सही ही होता है  और नहीं होता है…

जब उसने कह ही दिया मुझको कोई दीवाना

जब उसने कह ही दिया मुझको कोई दीवाना ,सर पर ये इल्जाम ले जाऊँ तो किधर जाऊँ !  वफा की रस्मों पर अब ऐतबार और नहीं ,अब तो आरजू भी यही है यहीं बिखर जाऊँ ! गवाह रहना सितारों तुम उन…

Krishna Vandana: आ इन डूबती नब्जों का सहारा बन जा

आ इन डूबती नब्जों का सहारा बन जा दम तोडती उम्मीदों का किनारा बन जा ! एक अंधेरी रात है ,उम्मीद नहीं अब कोई, पथ दिखलाने को तू एक सितारा बन जा ! अब तो वफाओं पे भी ऐतबार नहीं…

नहीं रहे चारा घोटाले के जनक जगन्नाथ मिश्र : ॐ शांति – Ranjan Kumar

कॉलेज टाइम तक जगन्नाथ मिश्रा को बड़े इज्जत की नजर से देखता था मैं,बिहार गौरव के रूप में,तीन बार मुख्यमंत्री रहे बिहार के और जब तीसरी क्लास में थे तब आज भी याद आता है,हमारे प्रधानाचार्य महोदय स्कूल प्रेयर टाइम…

ईश्वर पथ में साधक को कुछ भी माँगना नहीं चाहिए – Ranjan Kumar

ईश्वर पथ में यदि आप प्रवृत्त होते हैं, मनोकामनाओं की पूर्ति अयाचित होने लगती है । अतः साधक को कुछ भी माँगना नहीं चाहिए । आप अपनी क्रिया करते भर जायँ । भगवान जानते हैं कि आपका हित किसमें है वह…