95 सीटों पर लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान 07 मई को है और इसी चरण में बीजेपी को पिछले चुनाव में प्राप्त सभी सीटें अपनी बचाए रखना मुश्किल होने वाला है…2019 में इन 95 सीटों में से 72 बीजेपी और 12 एनडीए के घटक दलों की सीट है अर्थात कुल 95 में से 84 सीटें एनडीए की हैं जो बचाए रखना इस बार एनडीए के लिए असंभव है और यहीं से विपक्ष को निर्णायक बढ़त मिलेगी,वह जितना ज्यादा से ज्यादा बीजेपी की सीटें कम कर दे… यहीं से बीजेपी के हार का मार्ग खुलेगा ..
मुद्दे पर केंद्रित हो चुनाव के लिए मतदान करें,किसी के पिछलग्गू और भक्त न बन तार्किक सोच रखें..!
2 करोड़ रोजगार हर साल,काला धन,मंहगाई,पेट्रोल डीजल गैस सिलेंडर की कीमतें,ये सब मुद्दे बीजेपी पीएम उम्मीदवार मोदी ने 2014 में उठा के फिर 2019 में भी मौका पाने के बाद एक विकसित भारत और अच्छे दिनों का स्वप्न दिखाया था,किसानों की आय दुगनी,2022 तक हर किसी को आवास वगैरह वगैरह बहुतेरे वादे किए थे और दस सालों के बाद 5 किलो फ्री राशन पर पलते 85 करोड़ लोग,मंहगाई अपने चरम पर,पेट्रोल डीजल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें आसमान पर,150 रुपए के 5 किलो फ्री राशन को पकाने के लिए 1000 का एलपीजी सिलेंडर…
ध्यान रहे ये वही लोग हैं जिनको 400 की सिलेंडर मंहगी लगती थी 2014 में और सिलेंडर को प्रणाम कर वोट देने जाने का हम सबको ज्ञान इन्हीं मोदी जी ने दिया था…और जब सत्ता मिली दस साल तो क्या हश्र किया फिर …हाहाकारी बेरोजगारी के बीच केंद्र सरकार के 30 लाख ख़ाली पद, ये भारत दिया है इस सरकार ने…
देश के जमीनी मुद्दों को सुलझाने में सर्वथा असफल पीएम मोदी को बीजेपी ने हटाया नहीं और फिर तीसरी बार पीएम उम्मीदवार बनाया है तो इनसे कोई आगे उम्मीद नहीं कर सकते इसलिए केंद्र में सत्ता परिवर्तन कर नेतृत्व परिवर्तन के लिए इसबार मतदान होना चाहिए जिससे अच्छे दिन आ सकें…
बीजेपी के पास मोदी का विकल्प नहीं है तो जनता को बीजेपी का विकल्प ढूंढने की आवश्यकता है और अभी विपक्ष सबसे बेहतर विकल्प है…तो अबकी बार मोदी जी की परमानेंट छुट्टी की जाए,पीएम पद से जिसपर छुट्टी लिए बिना ये क्या क्या काम किए जा रहे हैं जिनमे से इलेक्टोरल बॉन्ड का काम अभी बहुत चर्चित भी हुआ है…
मोदी जी पीएम की जिम्मेदारी से जब मुक्त हो जाएंगे तब अमेरिका जाकर कह सकेंगे,अपने दोस्त ट्रंप के लिए कर सकेंगे चुनावी प्रचार कह कह के कि अबकी बार फिर ट्रंप सरकार …पीएम रहते हुए ये जब जाकर अमेरिका में यह कह के आते हैं तो पूरा देश फिर शर्मिंदा होता है न यार…!
भारत जैसे बड़े लोकतंत्र के पीएम पद पर बैठे व्यक्ति की राजनीतिक समझ अगर इतनी है कि वो दूसरे देश में इस देश के पीएम की हैसियत से आधिकारिक यात्रा पर जाकर यूं किसी का चुनाव प्रचार करें तो हमको सोचने की जरूरत है कि हमारेपीएम को ऐसा नहीं चाहिए,ये एक अपरिपक्व राजनीतिक समझ को दर्शाता है…
– रंजन कुमार 04 May 2024