चाहते हो
बाँट लेना
सब गम मेरे तुम ,
पर किस तरह
उपहार में
आंसू तुम्हे दूँ ?
संकोच में
है मन मेरा
दुविधा बड़ी है ..
प्रेम का उपहार
पहला पहला प्रिय
अश्क कैसे दूँ तुम्हें ?
– रंजन कुमार
चाहते हो
बाँट लेना
सब गम मेरे तुम ,
पर किस तरह
उपहार में
आंसू तुम्हे दूँ ?
संकोच में
है मन मेरा
दुविधा बड़ी है ..
प्रेम का उपहार
पहला पहला प्रिय
अश्क कैसे दूँ तुम्हें ?
– रंजन कुमार