विकास दूबे इनकाउंटर से जनता के खुश होने जैसा यहाँ कुछ नही है,,पुलिस और राजनेताओं ने उसे पाला पोसा,तो जनता के साथ उसने गुंडई की उनके फेवर में,
अब जब उन्ही के खिलाफ गया तो अपनी खाल बचाने के लिए भी और अपनी नाक बचाने के लिए भी सिस्टम ने विकास दूबे का इनकाउंटर कर दिया !
जनता नाहक ही तालियाँ पीट रही है,जाने कितने विकास दूबे जैसे से जनता अब भी त्रस्त है,,उनका इनकाउंटर नही करती पुलिस..यह तब करती है जब वह भी पीड़ित हो जाएं अपने ही पाले पोसे गुंडे से …!
और अंतिम सत्य यह भी है कि सभी दल अपनी राजनीति विकास दूबे जैसों के सहारे ही चला रहे हैं! सता में जो भी दल होता है विकास दूबे जैसे लोग उसी से जुड़ जाते हैं और सत्ता उसका पूरे यत्न से पालन पोषण करती है यह कड़वा सच है !
– रंजन कुमार