मजबूत देश मजबूत सरकार के लिए दोनों बार पीएम बनाने के लिए बीजेपी को वोट दिया गया था पुरे देश द्वारा पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी गयी है ! उसी मजबूत सरकार के पीएम के रहते लालकिले पर जो देखा 26 जनवरी के दिन उससे शर्मिंदा ही परा देश …!
कहीं ऐसा तो नहीं कि गलत आदमी पर भरोसा किया हम सभी ने… ?
ऐसी मजबूत सरकार का क्या करना जो लालकिले की भी रक्षा न कर सकी और वह भी 26 जनवरी के दिन जी दिन दिल्ली में सामान्य से दस गुना ज्यादा सुरक्षा रहती है हर जगह ..!
राष्ट्रवाद की बात करनेवाली सरकार ने यह कलंक का टीका लगाया है गणतंत्र के माथे पर 72 वें वर्ष में…तो लानत है ऐसी मजबूत पूर्ण बहुमत की सरकार को..इस कायराना कृत्य को और उन आंखों को जिनपर इसे रोकने की जिम्मेदारी थी पर वो सिर्फ देखते रहे..!
सहनशीलता एक सीमा के बाद कायरता में बदल जाती है!और जब यह बार बार दुहराया जाय तो शक नीयत पर होने लगता है!शाहीन बाग प्रयोग था या संयोग क्या सरकार अबतक नही समझ पायी?
रंजन कुमार