पिछले एक वर्ष से आकलन शुरू करे जब नागरिकता कानून का देशभर में विरोध हुआ आंदोलन हुआ और शाहीन बाग धरने में जो अवैध टेंट लगे जिसपर कार्यवाई करने की और अवैध तरीके से सड़क जाम कर बैठे लोगों को हटाने की महीनों हिम्मत तक नही हुयी केंद्र सरकार को..और वह सब कोरोना शुरू होने के बाद हटाया जा सका!कारण यह दिया गया कि विपक्ष ने सबको बहकाया है दुष्प्रचार कर के..!
मजदूर जब कोरोना काल मे लॉकड़ाऊन में सड़क पर आ आकर मरने लगे तब भी विपक्ष ने इनको बहका दिया..!
अब किसान सड़क पर उसी कोरोना काल मे बैठे हैं इतनी ठंढ में कृषि कानून को लेकर…फिर यही बहाना है विपक्ष ने बहकाया है…!
सही क्या गलत क्या इसपर यहाँ विस्तृत चर्चा न करते हुए सिर्फ एक सवाल पूछा जाना चाहिए सत्ताधारी केंद्र की सरकार से कि अगर विपक्ष बारबार गलत बात समझाने में कामयाब हो जा रहा तो आप क्यों फिर अपनी सही बात भी नहीं समझा पा रहे इन्ही बहकाए हुए सड़क पर निकल आए इसी जनता को जिसने पूर्ण बहुमत से बीजेपी को दूसरी बार सत्ता सौंपी है ?
विपक्ष इतना सशक्त है जो बार बार मोदी सरकार के खिलाफ अगर आंदोलन खड़ी कर दे रही है…बीजेपी के अनुसार कोंग्रेस चीन तक से साँठगाँठ कर लेती है मोदी सरकार के केंद्र में रहते हुए तो दो प्रश्नों के उत्तर चाहिए यहाँ बीजेपी से..पहला यह कि फिर कोंग्रेस के नेता पप्पू हैं या इतना बुद्धिमान कि सारी एजेंसियां और सत्ता की ताकत सरकार के पास रहते हुए भी यह कामयाब हो जाते हैं सरकार के खिलाफ हवा बनाने में ..?
दूसरा प्रश्न यह कि जब आप विपक्ष में थे तो कोंग्रेस की उस भ्र्ष्टाचार में लिप्त सरकार के खिलाफ क्यों कभी कोई ऐसा आंदोलन खड़ा नही कर पाए थे जैसे आपकी ईमानदार सरकार के खिलाफ विपक्ष खड़ा कर रही है ?
जुमले से ज्यादा दिनों तक लोकप्रियता बरकरार नहीं रह सकती किसी की और हिन्दू मुसलमान और इंडिया पाकिस्तान के बाहर भी कोई सिलेबस अगर समझ आता होता आज की बीजेपी को तो देश की अर्थव्यवस्था का यह हाल न होता.जो हो गया है .यह अलार्मिंग टाइम है बीजेपी के लिए,सम्भल जाइये और लोगो की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने की नीतियॉं बनाइये ..
– रंजन कुमार