दिल्ली में सभी जगह जो सब्र दिल्ली पुलिस ने दिखलाया और फायर ओपन नही किया खुद पर हमले के बाद भी 26 जनवरी के दिन इसके लिए दिल्ली पुलिस प्रशंसा की पात्र है!
लेकिन लालकिले पर हो रहे हंगामा पर फायर न करना दिल्ली पुलिस और संबंधित मंत्रालय की कायरता है,क्योंकि यहाँ राष्ट्र की अस्मिता लूटी जा रही थी और देश से बड़ा कुछ नहीं कोई नहीं…!
गणतंत्र के पावन वर्षगांठ पर यह कायराना हरकत इस सरकार का इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज हो गया है जिसे आने वाली सदियां तो क्या शताब्दियां भी माफ नही करेंगी…!
मर्यादाएं नहीं टूटनी चाहिए,राष्ट्रीय सम्पत्ति की रक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर मर्यादाओं की रक्षा का दायित्व होता है और स्वविवेक पर फायर ओपन करना कर्तव्य था…नहीं निभा सके वह तो यह कायरता है,सीने पर अपने मेडल सजाने के नैतिक अधिकार और स्वाभिमान को मेरी नजरों में लालकिले में तैनात हर प्रहरी ने उस दिन से खो दिया है !
जय जवान,जय किसान,जय हिंद जय हिंद की सेना
रंजन कुमार
(पूर्व सैनिक, भारतीय वायु सेना)