सवाल तेरे ही जब तुझसे जवाब मांगेंगे ,
मै चुप रहा तो सब तुझसे हिसाब मांगेगे !
मेरी ख़ुद्दारी ही मुझको रोक देती है वरना,
लोग तुझसे तेरे कर्मों की किताब मांगेंगे !
बहुत हुआ तमाम करते हैं किस्सा अब तो,
वक़्त बेवक्त न तुझसे कोई हिसाब मांगेंगे !
दर्द की तह में उतरने की जरुरत ही नहीं ,
मेरे कत्लखाने से सब अधूरे ख्वाब मांगेंगे !!
– रंजन कुमार