राफेल आने पर जितनी मीडिया रिपोर्टिंग हुई और जो शोर शराबा हुआ मैने कल रात भर सब रिपोर्टिंग एकसाथ कई घण्टे देखी ..!
कसम से,एक सामान्य अबोध और एयरफोर्स की सिस्टम से अनजान बन जब उसमे डूब गये तब मुझे भी यह महसूस होने लग गया था की अबतक एयरफोर्स वाले मच्छर के दोनों पंखों में मिसाइल और बम बांध के युद्ध लड़ रहे थे सब…पहली पहली बार कोई सचमुच के उड़नेवाले जहाज जैसे उड़नेवाले फाइटर जहाज पाया है एयरफोर्स वालों ने ..!
रिपॉर्ट देखनी बन्द की और अपने परिवेश में मिडिया की काल्पनिक बुनावटी दुनिया से लौटे तब बोध हुआ अपना और याद आया ..अरे हमने 20 साल एयरफोर्स में ही तो गुजारे थे और एक से बढ़ के एक फाइटर प्लेन तो थे ही अपने पास ..अब ये एडभान्स सिस्टम के फाइटर जेट मिल गए हमको…इसमे इतना हंगामा क्यों मचा रखा था भाई मीडिया वालों ने ?
इसके पहले भी कितने वायुयान आए भी और गए भी ..सेना की कुछ गोपनीयता होती है भैया ..मीडिया को जिम्मेदार बनना होगा देश मे ..! यह गैर जिम्मेदाराना रवैया है,ढोल पीटना दो दो तीन तीन दिन तक सर ..
इस तरह से एक रक्षा खरीद को इतना पेश करने से लोगो के मन मे यही भाव जाता है जैसे अबतक एयरफोर्स वाले मच्छर उड़ा रहे थे..पहली बार फाइटर जहाज मिला इनको…
रंजन कुमार