बीजेपी के साथ चुनाव लड़ा जनादेश लिया और मोदी के मुद्दे पर गठबंधन खत्म राजद के साथ सरकार बनाई फिर .. राजद के साथ चुनाव लड़ा जनादेश लिए और फिर वही मोदी वही पीएम .. पर अब सब भा गया फिर से !
अजब गजब नही लगता आपको यह .??
जनादेश के वक्त के साथी राजद को छोड़ बीजेपी के साथ सरकार फिर से .. इस राजनीतिक दल की फितरत समझिये .. राजद या बीजेपी अपनी अपनी जगह पर ही हैं .. यह सुशासन कभी इधर कभी उधर होता है .. जिसके साथ चुनाव लड़े उसी को छोड़ देता है फिर बीच मे .. पहचानिये ऐसे राजनीतिक परजीवियों को और उखाड़ फेंकिए इनका तंबू ..कोई नैतिकता नही होती इनकी !
ऐसे लोगों की कोई विश्वसनीयता नहीं कहीं .. रोज जिसका ईमान बदले और रोज परिभाषाएं बदले ईमान की जिसकी उसे अवसरवादी और पाखण्डी कहते हैं ..नीतीश कुमार सिर्फ #कुर्सी_पुत्र हैं .. और सिर्फ कुर्सी के हैं और कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकने वालों मे से हैं !