पीएमसी और यस बैंक के बाद अब अगला बैंक कौन सा होगा जिसके ग्राहक लाइन लगाएंगे यह मेरे मित्र मुझसे पूछ रहे हैं ..!
खाओ पियो मौज करो भाई…ऐसे रहो कि जब मर्जी करे झोला उठा के हिमालय चल दें तुरन्त …ये बैंक वैंक के चक्कर मे ही न पड़ो !
सब यहीं धरा रह जाएगा और अफसोस अलग रहेगा कि मौज में जी न सके,बैलेंस बढ़ा रहे थे और वो बैलेंस जब उस वक्त काम न आए जब बहुत जरूरत थी तो बैलेंस किस काम का वह ..?
पीएमसी और यस बैंक वालों से सबक लेते हुए संग्रह की प्रवृति छोड़ कर हिमालय जाने को सदा तैयार रहने वाली प्रवृति अपना लो …यहाँ अब अपन को तो किसी बैंक का भरोसा नहीं !
जिन बैंकर मित्रो को यह बुरा लगे उनसे क्या कहें ..बुरा मानने की जरूरत नहीं है..!
और क्या कह सकते हैं भैया,जो है सो सामने ही है न…,बुरा न मानो होली है!
रंजन कुमार