जब वेलेंटाइन वीक खत्म हो गया लोगों का तब अपने अंदर का प्रेम उफान पर आया है …
जमाने की बनायी लीक पर चलने की दिल को कभी आदत जो नहीं रही…वो मुस्कुराती आँखें उनकी
एक खुला प्रेमपत्र…तसव्वर में हद के पार अनहदों की एक गूंज… गूंज की फिर अनुगूंज…
वो सादगी और नूर से रौशन
दिपदिपाता सा एक भोला चेहरा उनका…!
उन झुकी झुकी आंखों में
मचलती प्यार की शोखियां
वो हर आहट पर मेरी चौंक चौंक जाना उनका ..!
नजरों से मिलती नजरों में
उलझ उलझ के आंखो से मुस्कुराना
और फिर नजरों को झुकाना उनका…!
मेरे तसव्वर में चले आना ,
मुझे बहलाना और मचलते हुए फिर
मेरी गजलों में भी उतर आना उनका…!
ए मोहब्बत
तेरे जिस अंदाज पर फना हो गए हम
उसी ताल पर ही सदा दिल भी धड़काना उनका …!
ठहर गया दिल
उनकी आंखों में समाकर जब,
मोहब्बत ने कहा आबाद रहेगा
सदा दिल में ये अफसाना उनका…!
– Ranjan Kumar