दो पूरक आयामों में
विरोधाभास नहीं होते,
विरोधाभास जो नजर आता है
वह अज्ञानता का
घना अंधकार है,
यह पर्दा हटा तो …
सब जगह
प्रकाश ही प्रकाश है !
और यही
अल्टीमेट ट्रूथ है
अंतिम सत्य..!
जीवन का अंतिम सत्य,
प्रेम का अंतिम सत्य,
धर्म का अंतिम सत्य…
सृष्टि का अंतिम सत्य…!
रंजन कुमार