किसी से भी
हाथ मिलाते ही ,
उंगलियों के लहू का
मिजाज उसके ,
बता देता है मुझे ,
बता देता है मुझे ,
उस के दिल का हाल !
इस तजुर्बे को मेरे ,
मेरे यारों ,
मेरे मुर्शिद की ,
मेरे यारों ,
मेरे मुर्शिद की ,
मुझपर, बहुत बड़ी
मेहरबानी समझो !!
मेहरबानी समझो !!
– रंजन कुमार