
स्नेही राम के हो तुम , राम तुम्हे प्यारे हैं ,
आकुल दरशन को तेरे , नैन ये हमारे हैं !
आजा अब तो प्यारे तेरे भक्त की पुकार है,
अंजनी के लाल तुमसे विनती बारबार है !!
– रंजन कुमार
स्नेही राम के हो तुम , राम तुम्हे प्यारे हैं ,
आकुल दरशन को तेरे , नैन ये हमारे हैं !
आजा अब तो प्यारे तेरे भक्त की पुकार है,
अंजनी के लाल तुमसे विनती बारबार है !!
– रंजन कुमार