एक अन्वेषण – Part 1 ( Introduction ) – आत्माओं की अद्भुत दुनिया और भूतों प्रेतों का अस्तित्व


जीवन मृत्यु और पुनर्जन्म एक रहस्य है जिसका आजतक कोई भी ठीक ठीक जवाब नहीं दे पाता  क्या सच है क्या झूठ ! रोज नये सिद्धांत दिए जाते हैं इसपर और फिर उन  सिद्धांतो के उपर कोई न कोई दूसरा सिद्धांत आ जाता है ! इन्हीं रहस्यों में एक अद्भुत रहस्य है मृत्यु  के बाद और नये जीवन से पहले भटक रही आत्माओं  का .. जिसे भूत प्रेत  की दुनिया के नाम से हम जानते हैं .. बहुत से लोग भूत प्रेत का अस्तित्व मानते हैं और बहुत से लोग इसे नहीं भी मानते ! 

आप मानें या ना मानें इससे नियति को तो कोई फर्क नही पड़ता मगर न मानकर आप संभावनाओं के हर दरवाजे पर एक बड़ा सा बौद्धिकता का ताला लगा देते हैं सिर्फ यह साबित करने के लिए कि मै प्रगतिशील और आधुनिक विचारधारा का हूँ और ये सब अन्धविश्वास की बातें हम नहीं मानते ! दुनिया के हर हिस्से में इसके बारे में चर्चा होती है इसलिए यह क्या एक कोरा अन्धविश्वास मात्र ही है यह तो सही नहीं हो सकता .. कुछ न कुछ तथ्य इसमें होंगे जरुर जिसके अन्वेषण की जरूरत है .. जब इस मानसिकता के साथ आप इन्हें जानने समझने में लगेंगे तब जाकर प्रकृति आपके सम्मुख इस सच को उजागर जरुर करेगी !
 
इसी सच को जानने  समझने का मेरा प्रयास रहा है और अनेक लोगो से मिला मै और अनेकों की अनेकों अनुभवों को परखने समझने का भी अवसर मिला .. इस ब्लॉग पर आगे आपसे पैरानोर्मल टोपिक के अंतर्गत बीच बीच में आपसे ऐसे अनुभव लोगो के और खुद के साथ घटी सच्ची घटनाएँ इस यात्रा की अबतक की शेयर करता रहूंगा आप जुड़े रहें मेरे इस वेब पेज से !

जीवन जितना सामने है हमारे उससे बहुत बड़ा जीवन का क्षेत्र मृत्यु के बाद के हिस्से में छुपा हुआ है .. जीवन एक मंच है जहां हम अपना प्रदर्शन करते हैं और मृत्यु  तैयारी है फिर एक नये किरदार में नये जीवन की नयी  परिस्थितिओं के बीच .. जबतक इसे समग्र रूप में नहीं समझेंगे तबतक जीवन को समझना मुश्किल है मृत्यु को समझना भी मुश्किल है और इस पूरे चक्र को समझे बिना जीवन जीना और मर जाना भी वैसा ही है जैसे आँखों पर पट्टी बाँध आप पिकनिक स्पॉट जाएं और वहां से लौट आयें !
 
कुछ लोग मानते हैं कुछ लोग नहीं मानते हैं पर सोचियेगा जरुर ..मानना न मानना विकट पश्न नहीं है, विकट प्रश्न है जानना .. इसे जानते कितने है .? खोजा कितनों ने हैं इस प्रश्न का उत्तर ..? जानने की कोशिश करिये तो एक दिन  पारलौकिक प्रश्नों के भी उत्तर यहीं मिलने लगेंगे .. आगे आपको इन  सबसे जुडी कुछ सच्चे अनुभवों से रूबरू कराउंगा मैं .. अद्भुत अलौकिक रोमांचक अकल्पनीय यात्रा में आइये मेरे सहभागी बनिये .. इस टोपिक पर लेख सप्ताह में दो दिन, एक रविवार को जिससे सब फुर्सत में पढ़ सकें .. दूसरा गुरुवार की शाम को !
 
तबतक भूत होते हैं या नहीं इसपर आप अपने विचार हमसे शेयर करें और अगर कोई सच्ची घटना हुयी हो आपके साथ तो वह अनुभव मुझसे  साझा करें .. उसे सबके बीच लाऊँगा मै .. ध्यान रहे काल्पनिक किस्से नही सच्ची घटना जो आपके साथ घटी हो या जिसे आप जानते हों उसके साथ घटी हो .. काल्पनिक मनगढंत किस्से बहुत हैं इसपर .. उनसे बचते हुए सच को जानने  समझने का प्रयास है यह .. और पूरी कोशिश होगी सच्चे किस्से ही आपको यहाँ मिलें .. तो भूत प्रेतों की दुनिया में आपका स्वागत है .. तैयार होकर आइये इस यात्रा पर चलते हैं !!
 
– रंजन कुमार 

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Ranjan Kumar
Ranjan Kumar

Founder and CEO of AR Group Of Institutions. Editor – in – Chief of Pallav Sahitya Prasar Kendra and Ender Portal. Motivational Speaker & Healing Counsellor ( Saved more than 120 lives, who lost their faith in life after a suicide attempt ). Author, Poet, Editor & freelance writer. Published Books : a ) Anugunj – Sanklit Pratinidhi Kavitayen b ) Ek Aasmaan Mera Bhi. Having depth knowledge of the Indian Constitution and Indian Democracy.For his passion, present research work continued on Re-birth & Regression therapy ( Punar-Janam ki jatil Sankalpanayen aur Manovigyan ).
Passionate Astrologer – limited Work but famous for accurate predictions.

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