मेरी आदतों में
शुमार हो गयी थी ,
वो बेपनाह
मोहब्बत तेरी ,
बेशुमार ग़मों से
बोझिल है जिन्दगी ,
रुखसत तेरे
होने के बाद !!
– रंजन कुमार
मेरी आदतों में
शुमार हो गयी थी ,
वो बेपनाह
मोहब्बत तेरी ,
बेशुमार ग़मों से
बोझिल है जिन्दगी ,
रुखसत तेरे
होने के बाद !!
– रंजन कुमार