फिर सदन स्थगित?
फिर आज आपने सदन के अंदर विपक्ष के जवाब को सुनना उचित नहीं समझा?
ये अडानी के साथ सरकार की दरियादिली गवर्नेंस पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है … और यह गले की हड्डी भी बन गया है अब…
अगर मोदी की जगह गडकरी या योगी जी पीएम होते तब भी क्या अडानी के फेवर में बीजेपी की सरकार ऐसे ही बैटिंग करती जैसे 9 सालों में हुआ है?
आरएसएस से निकले लोगों का सत्ता में आने के बाद का यही अगर गवर्नेंस मॉडल है तो आरएसएस का राष्ट्रवाद का सिद्धांत बहुत कमजोर बुनियाद पर खड़ा है!
बीजेपी पीएम पद पर और किसी को बिठाए पीएम बदले अन्यथा मोदी जी खुद बीजेपी की बुनियाद ऐसी हिलाएंगे कि कांग्रेस मुक्त करने का जप करते बीजेपी मुक्त भारत की नीव खुद मोदी जी ही रख के जाएंगे…
ज्ञात हो की बीजेपी के 300 सांसदों में से लगभग 160 दल बदलू हैं ओरिजनल बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा से नहीं आते हैं और जैसे ही हवा बदलेगी ये फिर दल बदल के सत्ता के करीब वैसे ही चले जाएंगे अपना हृदय परिवर्तन कर के सीबीआई ईडी के डर से ठीक वैसे ही जैसे अभी यहां आ चिपके हैं …!!
– रंजन कुमार
एडिटर इन चीफ