सोचो हम .. इक दुसरे के
कुछ इतने पास में हों तो ?
बेशक हजारों मीलों .. का ,
फासला दरमयान में हो तो ?
वादा – ए – वफ़ा के सिर्फ ,
बहाने , महेज कुछ भी नहीं ,
तेज हवाओं की तो .. बात छोड़ो ,
जो जलता चिराग बरसात में हो तो ?
– Vvk
सोचो हम .. इक दुसरे के
कुछ इतने पास में हों तो ?
बेशक हजारों मीलों .. का ,
फासला दरमयान में हो तो ?
वादा – ए – वफ़ा के सिर्फ ,
बहाने , महेज कुछ भी नहीं ,
तेज हवाओं की तो .. बात छोड़ो ,
जो जलता चिराग बरसात में हो तो ?
– Vvk