मध्यप्रदेश में वोटिंग परसेंट बढ़ा था जिसे एक सामान्य आकलन में एंटी गवर्नमेंट मूव के रूप में मतदाता का रुझान जा रहा ये समझा जाता है वही इसका आशय समझा गया,लेकिन ये जमीन पर सच नहीं हुआ,वोटिंग परसेंट का यूं बढ़ना सरकार बचाने के फेवर में गया,ये एक नई थ्योरी है!संभवतः लाड़ली बहना योजना के कारण महिलाओं ने मामा और बीजेपी के पक्ष में एकतरफा मतदान किया है,जिससे बीजेपी को ऐसी जीत मिल रही है!राजस्थान में वोटिंग परसेंट के बढ़ने के कारण आशंका बन गई थी सत्ता के विरोध में वोट पड़ा और इसे आकलन में ऐसे ही लिया भी गया था और ये सच हुआ…जो सिद्धांत राजस्थान में काम किया वह मध्यप्रदेश में नहीं,ये गौर करने लायक है सर्वे करनेवालों के लिए..और इंट्रेस्टिंग डेटा है ये !
छत्तीसगढ़ का परिणाम भी हर आकलन से अलग जाता नजर आ रहा है,सबको कांग्रेस से उम्मीद थी वापसी की, कम से कम 50 सीटों के आसपास ले के जो कि नहीं हो रहा,हालांकि जीत हार का मार्जिन कई जगह बहुत कम है…मुझे लगता है सैंपल लेनेवालों को मतदाता अब सच्ची बात नहीं कहता… दिल में कुछ और जुबां पे कुछ और…ये भी अच्छा है,ये एक्जिट पोल ओपिनियन पोल की नौटंकी मीडिया की बंद हो जाएगी,शायद आगे के समय में…!
जो भी परिणाम आ रहा कांग्रेस के लिए सबक है…पनौती कहने भर से किसी को केवल वोट नहीं मिलेगा,जहां आपकी सरकार थी वहां क्यों वापसी नहीं कर पाए,क्यों जनता ने पुनः नहीं चुना ये आकलन करने की जरूरत है..!लोकतंत्र में सत्ता पक्ष के साथ साथ मजबूत विपक्षी भी जरूरी है! कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अपने बागियों की वजह से सत्ता गंवा रही है,और मध्यप्रदेश में कोई जमीन कांग्रेस के पैर के नीचे नजर नहीं आ रहा अभी…ले दे के तेलंगाना से संतोष कर सकते हैं,लेकिन इस ताकत के भरोसे केवल बीजेपी और मोदी के सामने कांग्रेस खड़ी नहीं हो सकती 2024 में,अभी कांग्रेस को बहुत कुछ करना बाकी है !
Dr Ranjan Kumar,, political analyst
Editor In Chief “Around The Globe”
03 Dec 2023