एक दिन आएगा
पता ढूंढता हुआ
मय्यत तक मेरी वह ,
खलल न डाले
मेरी नींद में
दुआएँ उसकी ,
इसलिए कह देना
उससे जरा ,
दूर रहे इतना
कि उसकी परछाई
न पड़े मेरी कब्र पर…!!
– रंजन कुमार
एक दिन आएगा
पता ढूंढता हुआ
मय्यत तक मेरी वह ,
खलल न डाले
मेरी नींद में
दुआएँ उसकी ,
इसलिए कह देना
उससे जरा ,
दूर रहे इतना
कि उसकी परछाई
न पड़े मेरी कब्र पर…!!
– रंजन कुमार