चार्वाक का यह दर्शनशास्त्र बदल दीजिए ऐसे : बुरा न मानो होली है !
जबतक जिओ तबतक जिओ,कर्जा लो और घी पियो..चार्वाक का…
जबतक जिओ तबतक जिओ,कर्जा लो और घी पियो..चार्वाक का…
वो लोग कहाँ किस दड़बे में जा छिपे हैं…
किसी अपने को असमय खो देने का महान रुदन…
कविश्रेष्ठ, कर्मयोगी, अप्रतिम नैतिकता के धनी, प्रांजल निश्छल भावों…
ये झंकृत मन और यह झंकृत तन, तूने ही…
Beej Mantra – ॐ ऐं सरस्वतयै नमः सरस्वती बीज…
गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के अवसर पर श्री…
एक्स सर्विसमैन वेलफेयर कोआर्डिनेशन कमेटी द्वारा गणतंत्र दिवस सत्यम…
Baba Neeb Karori Ji Maharaj Bhavanjanli – Track 02!…