ये उम्रदराज घमंडी पढ़ाकू – जीरो या हीरो
उम्र के चालीसवें साल तक किताबें लेकर बाप दादा के पैसे उड़ाते पड़े रहनेवालों के अंदर बहुत पढ़े लिखे होने का बहुत ही ज्यादा ग़ुरूर आ जाता है!
जनता की हुंकार पर अब जाग जाओ सरकार वरना…
गुरु के चरणों में शीश नवायें और गुरुघंटालों…
बाधाओ से लड़ना ही इतिहास है मेरा सूरज से…
तुम मरे नहीं धृतराष्ट्रजिंदा हो अब तक ! आकार…
शिक्षक दिवस विशेष.. अब्राहम लिंकन का पत्र अपने…