Social thought provoking article : धर्मयुद्ध में गांडीव उठानी ही होगी अर्जुन को एक बार नही,बार बार,हजार बार – Ranjan Kumar
पूरी गीता का संदेश महाभारत में सिर्फ इतना ही…
पूरी गीता का संदेश महाभारत में सिर्फ इतना ही…
सर्द रात में यूँ ही जो,ठिठुरते तारों को देखा जब आसमान…
ख़ुशी-औ-ग़म में जहां, महसूस न हो फर्क, वो जिंदगी…
जब भी कभी, गजल में कोई चाँद को तन्हा…
अब तो अहसासों मे ही , रहता है वह…
वाह जिंदगी तेरे भी मैंने क्या खूब रंग देखे…
आशंकाओं के बादल मंडराएंगे, तो भी ये यकीन रखना…
बीज बोए थे तुमने हृदय पर मेरे वो फसल…
इन कुहासों में लिपटी , सुबह को देखो तो…