Hindi sad poetry : बेगुनाही ही मेरा कसूर हुआ – Ranjan Kumar December 9, 2019July 9, 2019 by Ranjan Kumar उसे रोने का हुनर आता था तो गुनाह कर के भी वो बेकसूर रहा ,. मुझमे खामोशियाँ गुनगुनाती थी तो बेगुनाही ही मेरा कसूर हुआ !! – रंजन कुमार