Category Poetry

निष्ठुर आंधियों कभी प्रेम भी किया है?

storm

बेचारे रूठे बादल आये भी तो साजिशन , . मनहूस आँधियो ने  उन्हें भगा दिया ! .  एक दो बूंद   बरस भी जाते ,  तो हवाओं तेरा  क्या बिगड़ जाता ? .  क्या पता , किसी बिरहन के लिए…