जो जलता चिराग बरसात में हो तो ?

सोचो हम .. इक दुसरे के कुछ इतने पास में हों तो ? बेशक हजारों मीलों .. का , फासला दरमयान में हो तो ? वादा – ए – वफ़ा के सिर्फ , बहाने , महेज कुछ भी नहीं ,…
सोचो हम .. इक दुसरे के कुछ इतने पास में हों तो ? बेशक हजारों मीलों .. का , फासला दरमयान में हो तो ? वादा – ए – वफ़ा के सिर्फ , बहाने , महेज कुछ भी नहीं ,…
मुंदती हुयी आँखों के चारो ओर सिमटती हुयी दुनिया, और बुझता हुआ , जिन्दगी का चिराग ! कह देना सितारों से आकर ले जाएँ , कुछ अनकहे से शब्द सन्देश, मेरे उन सब अपनों के लिए , जिनकी आशाओ का केंद्र…