Poetry

cabbage

फिर से कसम है जानेमन पत्ता गोभी कभी नही खाऊंगा

बिछड़ के उससे हमने सोचा कुछ त्याग करूँ मोहब्बत भरे जज्बातों से जुदाई में उसके घायल हूँ इसका …

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alone girl holding light

जो आँधियों ने तिनका – तिनका घोसला बनाये रक्खा है

चराग उनका अक्सर बारिशों से बचाये रक्खा है ,  जिनने हमसे सिर्फ एक कारोबारी रिश्ता रक्खा है ! …

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alone girl in the woods

तेरे रोने तड़पने का – तेरे कसमों वादों का कोई असर न होगा

उस दिन सूरज मेरे सिरहाने आ पुकारेगा  और चाँद पायताने मुस्कुराएगा, गोधूलि की पावन बेला मे  चाँद और …

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small boy

गर ख्याल हो तुम्हें – हम दोनों के हिस्से में धूप बराबर हीं थी !

गर ख्याल हो तुम्हें दोनों के हिस्से में धूप बराबर हीं थी! . अपना कारवां इक दूसरे के …

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