कबीरा खड़ा बाजार में भूंकत स्वान हजार

“कबीरा खड़ा बाजार में, भूंकत स्वान हजार…! ” इस कहावत को इस तरह से समझता हूँ मैं ..कबीर बाजार में खड़ा होंगे तब हजारों स्वान भूकेंगे ही…इन स्वानो के भूँकने से ही कबीर की आहट मिलेगी जमाने को अब ..!…
“कबीरा खड़ा बाजार में, भूंकत स्वान हजार…! ” इस कहावत को इस तरह से समझता हूँ मैं ..कबीर बाजार में खड़ा होंगे तब हजारों स्वान भूकेंगे ही…इन स्वानो के भूँकने से ही कबीर की आहट मिलेगी जमाने को अब ..!…
बाबा नीब करौरी जी महाराज ने आज भी,जैसा की उन्होंने अपने भक्तों से कहा था तब कृपा की दरिया नहीं समन्दर कृपा की बहा रखा है इस धरती पर ! यह अलग बात है कि अधिकतर लोग इस कृपा…