पसाकोलोजि भौजी के पप्पा और दामाद की जेब के करारे करारे नोट! – Part 01
दामाद बबुआ के जेब में जो देखे थे शाम को सरसराते फडफडाते हुए करारे करारे नोट पराजित मिश्र ने वह उनका चैन और सुकून ले उड़ा था ! दो तीन दिनों से सौ रूपये के नोट का दीदार हुआ नहीं…
दामाद बबुआ के जेब में जो देखे थे शाम को सरसराते फडफडाते हुए करारे करारे नोट पराजित मिश्र ने वह उनका चैन और सुकून ले उड़ा था ! दो तीन दिनों से सौ रूपये के नोट का दीदार हुआ नहीं…
मुझसे अब और बेइज्जती होते देखना सहन सीमा के मेरे पार जाने लगा था बस में चढ़े उस नौजवान की,तो मैंने जबरन महेंद्र बाबू को कहकर उसके हिस्से का किराया दे दिया और वापस अपनी सीट पर बैठ गया आकर…