Category Psakoloji Bhauji

पसाकोलोजिया के पप्पा से पहली मुलाक़ात – Part 01

वही बने पसाकोलोजिया के पप्पा .. साल 1990 में दशहरे की छुट्टियों में कॉलेज बन्द होने के बाद लौट रहा था जहानाबाद से घर,एडमिशन के लिए गए थे और देशभर में मण्डल कमीशन पर जबरदस्त आंदोलनों के उस दौर में…

पसाकोलोजि भौजी उपन्यास की भूमिका – Introduction

girl sitting alone

किसी अधेड़ मगर अबतक कवारें नौकरी न मिलने की वजह से जिद के कारण शादी न करनेवाले और अबतक ब्याह को तरस रहे बिहार के दूल्हे को नौकरी लगने के बाद उसके उम्र की आधी और एकदम भूचड़ देहाती परिवेश…